कोरोना टेस्ट नेगेटिव आने पर भी ना मानें खुद को सुरक्षित, रखें इन बातों का विशेष ध्यान
By: Pinki Tue, 03 Nov 2020 10:40:09
देश में कोरोना के एक्टिव केस घटकर 5 लाख 40 हजार हो गए हैं। सोमवार को 37 हजार 592 संक्रमित मिले, 58 हजार 524 मरीज ठीक हो गए और 497 की मौत हो गई। इससे एक ही दिन में 21 हजार 443 एक्टिव केस कम हुए। ये नए केस का 58% हैं। प्रतिशत के हिसाब से 12 अक्टूबर के बाद यह दूसरी बड़ी गिरावट है। इससे पहले 26 अक्टूबर को 36 हजार 104 केस आए थे, जबकि 28 हजार 241 एक्टिव केस कम हुए थे। यह आंकड़ा नए केस का 78% था और 12 अक्टूबर के बाद सबसे ज्यादा था। 21 जुलाई के बाद यह दूसरा मौका था जब 40 हजार से कम केस आए। 21 जुलाई को 39 हजार 170 केस आए थे। इसके बाद 26 अक्टूबर को 36 हजार 104 केस आए थे। 12 अक्टूबर के बाद छह बार 20 हजार से ज्यादा एक्टिव केस कम हुए हैं। देश में अब तक 82.66 लाख केस आ चुके हैं, 76 लाख मरीज ठीक हो चुके हैं, जबकि 1.23 लाख संक्रमित इस बीमारी से जान गंवा चुके हैं।
वहीं, पूरी दुनिया की बात करे तो कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा 4.73 करोड़ से ज्यादा हो गया है। 3 करोड़ 40 लाख 12 हजार 909 मरीज रिकवर हो चुके हैं। अब तक 12.10 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। ये आंकड़े www.worldometers.info/coronavirus के मुताबिक हैं।
यह तो हम सभी जानते है कि दुनिया में कोरोना वायरस संक्रमण से अबतक लाखों लोगों की मौत हो चुकी है। कई लोग अब भी अस्पताल में भर्ती हैं। वे अब भी कोरोना से जंग लड़ रहे हैं। ऐसा देखा गया है कि जो लोग पहले कोरोना संक्रमित हो चुके हैं, वे अब बिल्कुल भी सावधानी नहीं बरत रहे हैं। ऐसे में कोरोना संक्रमण का खतरा और बढ़ जाता है। इसलिए ज़रूरी है कि संक्रमण से उभरने के बाद भी ज़रूरी सावधानियां बरती जाएं।
कोरोना संक्रमित मरीजों के ठीक होने पर उन्हें अस्पतालों से छुट्टी दे दी जाती है। ऐसे में उन्हें लगता है कि वे पूरी तरह से ठीक हो चुके हैं। लेकिन ऐसा नहीं है। विषेशज्ञों के अनुसार, कोरोना वायरस संक्रमण का खतरा ठीक होने के बाद भी बना रखता है। ऐसे में ज़रूरी है कि कुछ महीनों तक सावधानियां बरती जाएं। ऐसा देखा गया है कि कोरोना संक्रमित मरीज ठीक होने के कुछ समय बाद दोबारा संक्रमित हो जाता है। ऐसे में ज़रूरी है कि आप कुछ समय बाद दोबारा टेस्ट करा लें। टेस्ट कराने के आप जान पाएंगे कि आप संक्रमित हैं या नहीं।
विशेषज्ञों का कहना है कि अगर रैपिड एंटीजन टेस्ट पॉजिटिव या नेगेटिव आता है तो एक बार आरटी-पीसीआर टेस्ट ज़रूर करा लें। इससे आप पूरी तरह से आश्वस्त हो जाएंगे कि आप कोरोना संक्रमित हैं या नहीं।
इन बातों का रखे विशेष ध्यान
WHO के अनुसार, कोरोना संक्रमण से खुद को बचाने के लिए हमें साफ़-सफाई का विशेष ख्याल रखना होगा। साथ ही समय-समय पर साबुन और पानी से हाथ धोते रहना होगा। हम एक अल्कोहॉल बेस्ड सैनेटाइज़र भी इस्तेमाल कर सकते हैं। विषेशज्ञ बताते हैं कि साबुन और पानी से हाथ धोते रहने से संक्रमण होने का खतरा कम रहता है।
आपको बता दे, फ्रांस में लॉकडाउन का असर नहीं हो रहा है। दूसरा लॉकडाउन लगाए करीब एक हफ्ता गुजर चुका है, लेकिन अब तक संक्रमण की दर में कोई कमी नहीं आई। सोमवार को यहां 52 हजार 518 मामले सामने आए। इसी दौरान एक हजार लोगों को गंभीर स्थिति में हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया। दूसरी तरफ, लॉकडाउन के बावजूद मामले बढ़ने के बाद एमैनुएल मैक्रों सरकार दबाव में है। लोगों का कहना है कि लॉकडाउन हटा लेना चाहिए क्योंकि यह बेअसर साबित हो रहा है। हर दिन मामले बढ़ते जा रहे हैं। देश में अब कुल मामले करीब 15 लाख हो चुके हैं। डब्ल्यूएचओ ने एक बार फिर उन देशों को चेतावनी जारी की है जो महामारी को लेकर सख्त नहीं हैं। डब्ल्यूएचओ के डायरेक्टर जनरल टेड्रोल एडेनहोम ग्रेब्रियस ने कहा- अब भी वक्त है जब देशों को सख्ती दिखानी चाहिए। अब भी बहुत देर नहीं है। क्योंकि, अगर अब कदम नहीं उठाए तो हालात हाथ से निकल सकते हैं। अब मौका है जब दुनिया के नेताओं को आगे आना होगा और मिलकर इस महामारी का मुकाबला करना होगा। हमारे पास अब भी मौका है।